Tuesday, 23 October 2012

स्लोगन लेखन शास्त्रीय संगीत- पर हुई कार्यशाला- CITY NEWS YNR


स्लोगन लेखन, भाषण, पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन

 यमुनानगर गुरु नानक गल्जऱ् कॉलेज संतपुरा में एनएसएस इकाई व लीगल लिट्रेशी सेल के संयुक्त तत्वाधान में निबंध ले ान, काव्य पाठ, स्लोगन लेखन, भाषण, पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। एनएसएस इकाई की संचालिका डॉ. अमिता व डॉ. कुलदीप कौर ने जानकारी दी कि प्रतियोगिताओं में राजनीति और भ्रष्टाचार, कन्या भ्रूण हत्या, पर्यावरण, नारी सशाक्तिकरण, आधुनिक शिक्षा प्रणाली, मीडिया एवं समाज, शिक्षा के व्यवसायीकरण आदि विषयों को स िमलित किया गया है।
कॉलेज की प्राचार्या डॉ. विरेंद्र गांधी ने छात्राओं को प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए कहा। ताकि बच्चे अपने संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास की अवधारणा को पूरा कर सकें। उन्होंने समाज में बढ़ रही कन्या भ्रण हत्या इत्यादि कुरीतियों के प्रति हमेशा सचेत रहने का संदेश दिया। विजेताओं को प्रिंसिपल ने पुरस्कार देकर स मानित किया गया।
छात्राओं ने प्रतियोगिताओं ने बढ़ चढ़ कर ााग लिया । इस मौके पर एन एस एस विभाग की डॉ. अमित एवं डॉ. कुलदीप कौर, डॉ. प्रवीण नारंग, डॉ. अनीता कालिया, डॉ. गीतू , डॉ. शक्ति, डॉ. सुखविन्द्र कौर, दिलशान कौर, वन्दना नागपाल, मोनिका महेन्द्रु व अन्य मौजूद रहे। डॉ. अमित ने जानकारी देते हुए बताया कि विजेताओं को राजकीय महाविद्यालय छछरौली में होने वाली प्रतियोगिता में भेजा जाएगा।

हर हिंदूस्तानी के दिल में बसता है भारतीय शास्त्रीय संगीत-
-संगीत है संतों की चीज-
-डीएवी गल्र्स कालेज में भारतीय शास्त्रीय संगीत पर हुई कार्यशाला-
यमुनानगर। संगीत संतों की चीज है, यही वजह है कि संगीत हर हिंदूस्तानी के दिल में बसता है। उक्त शब्द चंडीगढ़ से आए सुप्रसिद्ध कलाकार सुभाष घोष ने डीएवी गल्र्स कालेज में संगीत विभाग द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत का उच्चरत शिक्षा पर प्रभाव विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में कहे। कार्यक्रम का आयोजन महानिदेशक उच्चतर शिक्षा पंचकूला के सौजन्य से किया गया। अध्यक्षता कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्या ने की। कार्यक्रम के दौरान स्वर रागीनी वाद्ययंत्र पर जब सुभाष घोष ने राग व धूनों की तान छेड़ी तो पूरा सभागार तालियो की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। तबले पर चंडीगढ़ से आए मधुरेश भट्ट ने संगत दी। कार्यशाला के पहले सत्र में संगीत विषय की जानकारी दी गई। जिसमें संगीत का अन्य विषयों के साथ समन्वय, दिल को छू लेने वाली धूनें और ताल के साथ संयोजन के बारे में विस्तार से बताया गया। द्वितीय सत्र में संगीत के क्रियात्मक पक्ष को दिखाया गया।

सुभाष घोष से सबसे पहले स्वर रागीनी वाद्ययंत्र पर रघुपति राघव राजा राम.... व इसके बाद ओम जय जगदीश हरे.... की धुन बजाई तो सभागार में बैठे सभी श्रोता झुमते नजर आए। सुभाष घोष ने कहा कि नई चीज खोजने के लिहाज से उन्होंने इस वाद्ययंत्र का निर्माण किया है। उन्होंने माना कि जागरूकता की कमी की वजह से शास्त्रीय संगीत युवाओं में पापुलर नहीं हो रहा है। इसके लिए काफी हद तक कलाकार भी जि मेदार है। युवाओं को शास्त्रीय संगीत से जोडऩे के लिहाज से उन्होंने कालेजिज़ व गांवों में जाकर इसका प्रचार करने की मुहिम छेड़ी है। उन्होंने कहा कि जब तक ग्रामीण क्षेत्र में संगीत के रूट्स के बारे में जानकारी नहीं दी जाएगी, तब तक भारतीय संगीत को पापुलर नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत को बढ़ावा देने में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। अकसर देखा जाता है कि मीडिया हॉलीवुड व बॉलीवुड की फिल्मों व संगीत को ज्यादा तव्वजों देता है। अगर भारतीय संगीत को भी उतना ही महत्व दिया जाए,तो ज्यादा से ज्यादा लोग इसके बारे में जान सकते हैं। उन्होंने कहा कि कला से जुड़ी हर चीज को बढ़ावा देने की जरूरत है।

कालेज प्रिंसिपल डा. सुषमा आर्या ने कहा कि देकर गई सुकून ह्रदय को नादब्रह्म की स्वर लहरियां, जलते रहे ज्ञान के दीप अमृत फल सी वाणियां, सचमुच रचनाकार और कलाकार के लिए क्रियाशील, कल्पनाशील और विवेकशील होना अतिआवश्यक है। स्वर व लय के तारत यता के साथ धुनों का अनुपम व मनोहारी स्वर संयोजन प्रस्तुत किया। निश्चय ही विद्यार्थियों के लिए मनोरंजन व ज्ञानार्जन की दृष्टि से यह कार्यक्रम लाभकारी सिद्ध हुआ।
संगीव विभाग की अध्यक्षा डा. नीता द्विवेदी ने कहा कि सरलता, सहजता, तैयारी, लय एव ताल पर अधिकार, इन सभी के पीछे कितनी साधना होगी, यह हम सभी ने अनुभव किया। उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।







Saturday, 20 October 2012

जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामन CITY NEWS YNR

 

  जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामन  

                                                                                      शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधकमेटी के यमुनानगर स्थित गांव सुढल में नौवी पातशाही गुरूद्वारा जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामने हो गई है आरोप है कि गुरूद्वारा के प्रधान ने अपने ही नजदीकियों को औने पौने दाम में छह एकड कीमती जमीन को बेच दिया है और इसी के चलते आज सिख संगत गुरूद्वारे में एक हंगामे दार मीटिंग होने के बाद भी गुरूद्वारा प्रधान ने जमीन के यहा बेचे जाने की बात कबूली है तो वही उसने अपने फैंसले पर भी अटल रहने की बात कही है
 यमुनानगर के गांव सुढल में नौवी पातशाही के गुरूद्वारा की कीमती जमीन के बेचे जाने के बाद सिख संगत में काफी रोष पनप रहा है गुरूद्वारा के प्रधान द्वारा बेची गई जमीन को लेकर यहा प्रधान अपनी बात पर अटल है तो वही दूसरी तरफ सिंख संगत भी प्रधान के खिलाफ अपनी अवाज को बंलद करने के बात कह रहे है हालाकि शिरोमणी गुरूक्षरा प्रबंधक कमेटी के पास किसी बात की कमी नही है जिसके चलते यह जमीन बेची जाए लेकिन गुरूद्वारा प्रधान की माने तो उनका कहना है कि जमीन अक्वायर होने का खतरा था इसके लिए उन्होंने यह जमीन को बेच दिया है लेकिन वही आरोप यह भी लग रहे है कि प्रधान ने यह जमीन अपने ही भतीजे व पोते के नाम कर दी है हालाकि प्रधान ने इस पर भी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अखबार में भी इस जमीन की बोली के लिए लोगों को अगाह किया था और इस जमीन की बोली भी हुई थी लेकिन स्वाल यह भी उठता है कि यहा पर यह जमीन है उसके एक तरफ असंल पलाजा की जमीन तो दूसरी तरफ सन सिटी की जमीन है और उस जमीन के पास लगने वाली 10 एकड जमीन में से मात्र छह एकड ही जमीन को क्यों बेचा गया 
गुरूद्वारे की इस जमीन को बेचे जाने को लेकर काफी लोगो ंमें रोष पनप तो रहा ही है लेकिन इस पर जब आज एक गुरूद्वारे में मीटिंग रखी तो प्रधान ने साफ कर दिया िकवह किसी कीमत पर भी सौदा रदद नही करेंगे जबकि इसका विरोध करने आई सिख संगत ने भी कसका कडा विरोध करते हुए कहा कि चाहे उन्हें अपने सीने पर गोली क्यों न खानी पडे वह गुरूद्वारे की जमीन का एक इंच भी बेचने नही देंगे हालाकि इस मामले में सिख संगत ने सरकार से भी टक्कर लेने की बात कही है इस मामले में सफाइ देते प्रधान ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2007 में शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी से जमीन को बेचने का प्रपोजन रखा था और अब उन्हें जाकर इस जमीन को बेचने की आज्ञा मिली थी और इस पर उन्होंने सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जमीन बेच दी जबकि यह जमीन वह है यहा से यमुनानगर जिले का बाई पास निकलना है 
 




Monday, 15 October 2012

निशाने पर है माफिया द्वारा जंगल CITY NEWS YNR


                               निशाने पर है माफिया द्वारा जंगल 


   यमुनानगर  के जंगल आज कल वन माफिया के निशाने पर है माफिया द्वारा जंगलो से लाखो रुपिया के हरे भरे वृक्ष काट लिए है . हलाकि छछरोली के जंगल से वनमाफिया द्वारा काटी गयी लाखो की लकड़ी से भरे  ट्रक  रोकने की कोसिस करते हुए माफिया ने वन विभाग के अधिकारिओ को ट्रक से कुचलने का प्रयास भी किया गया  और पीछा करना पर ट्रक तो काबू  कर  लिया है  लेकिन  माफिया के लोग भागने में कामयाब हो गये जो   अभी तक गिरफ्त से बाहर है  और लगातार जंगलो से वृक्षों को जमीदोज कर रहे  है  और विभाग है कि  हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

 हरियाणा के यमुनानगर के जंगलो से  वनमाफिया ने जगल में खडे कीमती पेडों को अपना निशना बनना शुरू कर दिया है। जिसे चलाते शानिवार की देर रात हमीदा हैड के समीप तस्कारों द्वारा नहर के किनारे लगे  करीब नौ पेड काट लिए और उन्हे काटने के बाद अपने साथ ही ले गये   हैरानी की बात तो ये है कि जिस जगह से पेड को काटकर ले जाया गया वह  हर वक्त फोरेसट विभाग के कर्मचारियों की ॅड्य्टी होती है। विभाग की और से इनकी निगरानी करने के लिए तीन लोगों कर ड्य्टी लगा रखी है। उसके बाद भी तस्कारों द्वारा रात के समय में एक साथ नौ पेडों को काटकर ले विभाग के कर्मचारियो को संदेह के घेरे में ला रहा है वही अधिकारी भी इस बात को माने को तैयार नही की इस तस्कारी में विभाग के कर्मचारी भी इसमें मिले हो सकते है। यादि ऐसा नही है तो फिर एक साथ इतने पेडों का कट जाना और विभाग को इसकी सूचना भी न होना कर्मचारी की ड्य्टी पर सवालिया निशान खडा करता है। हल कि अधिकारी इन पडों को काटने के पीछे भी पकडेगे तस्कारों के साथी होने का ही दावा कर रहे है। 
 विभाग के अधिकारी यमुनानगर के विभिन जंगलो से पेडो की हो रही कटाई को मानते है और माफिया विभाग पर हावी देखी दे रहा है हाला की वन विभाग के छछरोली  रेज  के जंगलो से माफिया द्वारा लाखो की लकड़ी काट कर रात के समय जंगल से बाहर आते लकड़ी से भरे एक ट्रक को नका लगा कर रुकने का इशारा किया तो माफिया द्वारा वन विभाग के कर्मचारियो को कुचलने का प्रयास किया गया और ट्रक ले कर फरार होने लगा जिस पर विभाग के कर्मचारियो द्वारा ट्रक का पीछा किया गया की अचानक ट्रक के आगे के ट्रोली आ जाने से तस्करों को रास्ता नहीं मिला जिस पर तस्कर  लकड़ी से भरा ट्रक वही छोड़ के फरार हो गये . यमुनानगर के वनों से वन तस्कत लगातार वनों की कटाई करता आ रहा है लेकिन विभाग इस पर नकेल कसने में पूरी तरह नाकाम सिद्ध हो रहा है 
 यमुनानगर के जंगलो में सीसम , खेर और सागवान की कीमती लकड़ी पाई जाती है   और वन माफिया की नजरे सदा इस लकड़ी पर रेह्तियो है खेर की लकड़ी बहुत कीमती होती है और इससे पान में डालने वाला क्थ्हा   बनता है जो काफी महंगा बिकता है और अक्सर माफिया के लोग कारो , निजी गाडियो वः ट्रको में भर कर लेजाता रहा है  और बहुत कम तस्कर पकड़ में आते हैं . जंगलो से काटी गयी के बारे  फोरेसट अफिसर का कहना की पुलिस को विभाग की और से काटे पेडों की जान कारी दे दी गई है। वही विभाग अपने स्तर पर भी काटे हुए पेडों का सुराग पतालगा रहा है। 







Saturday, 13 October 2012

एड्स के प्रति छात्राओं को किया जागरूक CITY NEWS YNR


   एड्स के प्रति छात्राओं को किया जागरूक



डीएवी गल्र्स कालेज में रेड रिबन क्लब द्वारा एड्स जागरूकता पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें आईईसी (एचएसएसीएस)के ज्वाइंट डायरेक्टर रामकुमार, असिस्टेंट डायरेक्टर हरजीत कौर व जगाधरी स्थित आईसीटी सेंटर से आए संजीव कुमार मु य वक्ता रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज में यूजीसी सेंटर्स की को-ओडिनेटर डा. विश्व मोहिनी ने की। इससे पूर्व एड्स जागरूकता पर छात्राओं ने स्लोगन राइटिंग व पोस्टर मेकिंग कंपीटिशन में भाग लिया। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर स मानित किया।


ज्वाइंट डायरेक्टर रामकुमार ने स्लाइड्स दिखाकर छात्राओं को एचआईवी और एड्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने दोनों के बीच के अंतर को बखुबी समझाया और एचआईवी व एड्स से बचाओ के बारे में विस्तार से बताया। एड्स फैलने को लेकर लोगों में अनेक भ्रांतियां बनी हुई है। एड्स साथ बैठने व छूने से नहीं फैलता। असिस्टेंट डायरेक्टर हरजीत कौर ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे एड्स जैसी गंभीर बीमारी पर खुलकर बात करें। अक्सर देखा जाता है कि जब कभी एड्स या फिर एचआईवी की बात होती है, तो लड़कियां संकोचवश कुछ कह नहीं पाती। यही वजह है कि उन्हें उपरोक्त बीमारियों के संबंध में पूरी जानकारी नहीं मिल पाती है। कौर ने कहा कि अगर किसी छात्रा को एड्स से संबंधित कोई जानकारी चाहिए, तो वे टोल फ्री नंबर १८००-१८०-२०६७ पर कॉल कर सकती है। जगाधरी से आए संजीव कुमार ने छात्राओं को एड्स से संबंधित होने वाले टेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम से पूर्व कालेज की छात्राओं ने एड्स जागरूकता पर आयोजित पोस्टर मेकिंग व स्लोगन राइटिंग कंपीटिशन में भाग लिया। स्लोगन राइटिंग में बीए द्वितीय वर्ष की मीनू ने पहला, बीए प्रथम वर्ष की सोनम ने दूसरा तथा पोस्टर मेकिंग में बीए अंतिम वर्ष की सिमरप्रीत ने पहला, मोनिका वधवा ने दूसरा तथा नेहा ने तीसरा स्थान अर्जित किया। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर स मानित किया गया। डा. विश्व मोहिनी ने कहा कि कार्यक्रम का मु य उद्देश्य छात्राओं को एड्स के प्रति जागरूक करना था। उन्होंने मु य वक्ताओं का आभार व्यक्त किया। मौके पर रेड रिबन क्लब की इंचार्ज डा. सीमा सेठी, डा. सुमन सिद्धू, डा. रवि बाटला, एसोसिएट प्रोफेसर लवली व डा. मोनिका उपस्थित रहीं।