Saturday, 20 October 2012

जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामन CITY NEWS YNR

 

  जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामन  

                                                                                      शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधकमेटी के यमुनानगर स्थित गांव सुढल में नौवी पातशाही गुरूद्वारा जमीन के बेचे जाने से सिख संगत आमने सामने हो गई है आरोप है कि गुरूद्वारा के प्रधान ने अपने ही नजदीकियों को औने पौने दाम में छह एकड कीमती जमीन को बेच दिया है और इसी के चलते आज सिख संगत गुरूद्वारे में एक हंगामे दार मीटिंग होने के बाद भी गुरूद्वारा प्रधान ने जमीन के यहा बेचे जाने की बात कबूली है तो वही उसने अपने फैंसले पर भी अटल रहने की बात कही है
 यमुनानगर के गांव सुढल में नौवी पातशाही के गुरूद्वारा की कीमती जमीन के बेचे जाने के बाद सिख संगत में काफी रोष पनप रहा है गुरूद्वारा के प्रधान द्वारा बेची गई जमीन को लेकर यहा प्रधान अपनी बात पर अटल है तो वही दूसरी तरफ सिंख संगत भी प्रधान के खिलाफ अपनी अवाज को बंलद करने के बात कह रहे है हालाकि शिरोमणी गुरूक्षरा प्रबंधक कमेटी के पास किसी बात की कमी नही है जिसके चलते यह जमीन बेची जाए लेकिन गुरूद्वारा प्रधान की माने तो उनका कहना है कि जमीन अक्वायर होने का खतरा था इसके लिए उन्होंने यह जमीन को बेच दिया है लेकिन वही आरोप यह भी लग रहे है कि प्रधान ने यह जमीन अपने ही भतीजे व पोते के नाम कर दी है हालाकि प्रधान ने इस पर भी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अखबार में भी इस जमीन की बोली के लिए लोगों को अगाह किया था और इस जमीन की बोली भी हुई थी लेकिन स्वाल यह भी उठता है कि यहा पर यह जमीन है उसके एक तरफ असंल पलाजा की जमीन तो दूसरी तरफ सन सिटी की जमीन है और उस जमीन के पास लगने वाली 10 एकड जमीन में से मात्र छह एकड ही जमीन को क्यों बेचा गया 
गुरूद्वारे की इस जमीन को बेचे जाने को लेकर काफी लोगो ंमें रोष पनप तो रहा ही है लेकिन इस पर जब आज एक गुरूद्वारे में मीटिंग रखी तो प्रधान ने साफ कर दिया िकवह किसी कीमत पर भी सौदा रदद नही करेंगे जबकि इसका विरोध करने आई सिख संगत ने भी कसका कडा विरोध करते हुए कहा कि चाहे उन्हें अपने सीने पर गोली क्यों न खानी पडे वह गुरूद्वारे की जमीन का एक इंच भी बेचने नही देंगे हालाकि इस मामले में सिख संगत ने सरकार से भी टक्कर लेने की बात कही है इस मामले में सफाइ देते प्रधान ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2007 में शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी से जमीन को बेचने का प्रपोजन रखा था और अब उन्हें जाकर इस जमीन को बेचने की आज्ञा मिली थी और इस पर उन्होंने सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जमीन बेच दी जबकि यह जमीन वह है यहा से यमुनानगर जिले का बाई पास निकलना है 
 




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