Wednesday 28 November 2012

श्रृदालूओं ने सरोवरों में डुबकी लगाई CITY NEWS YNR



          श्रृदालूओं ने सरोवरों में डुबकी लगाई



  यमुनानगर के कपाल मोचन में लगने वाले एतिहासिक मेले में आज तीसरे दिन तीन लाख के करीब श्रृदालूओं ने सरोवरों में डुबकी लगाई हैरानी की बात तो यह देखने को मिली की इन श्रृदालूओं की सुरक्षा के लिए लगाए गए 700 के करीब पुलिस के जवान इस मेले में मुफतखोरी करते नजर आए अपनी डयूटी से बचकर पुलिस के जवान मेले में नाचने वाली लडकियों के ठूमके देखने में मस्त रहे तो कही जवान मेले में लगे झूले के लुत्फ लेते हुए नजर आए हालाकि इस मेले में जो लोग पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर चल रहे थे उन्हीं को सुरक्षा के लिहाजे से देखा गया



यमुनानगर के कपाल मोचन में लगने वाले मेले का आज तीसरा दिन था और इस मेले में आज तीन लाख के करीब श्रृदालूओं की संख्या पहंच गई मेले में सुरक्षा के पुख्ता बदोबस्त की दुहाई व सेवा सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली हरियाणा पुलिस इस मेले में डयूटी से बचती हुई नजर आई एक तरफ तो अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने सुरक्षा के पुख्ता बदोबस्त कायम करने के लिए अन्स जिलों से भी पुलिस के जवान मेले में बुला रखे है और कुल मिलकर 700 के करीब जवान ऐसे है जो मेले में चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए है हालाकि जो हमारे कैमरे में पुलिस के जवान कैद हुए उनका तो कहना ही कुछ और था दराअस्ल अपनी डयूटी से बचकर जवान मुफतखोरी की और ध्यान दे रहे थे ज्यादातर जवानों को मेले में लगे रंगारंग कार्याक्रम करने वाली लडकियों के ठूमके देखने में मशगूल थे हालाकि कैमरे को देखकर भी उन्हें अपनी डयूटी याद नही आई यहा पर भी देखों पुलिस कर्मी मुफतखोरी का तो जमकर आनंद ले ही रहे थे हर टेंट में पुलिस कर्मी को देखा गया कही ठूमके तो कही जादू का शो इन पुलिस कर्मियों का डयूटी से ज्यादा इन पर ध्यान था हो भी क्यों न क्योंकि यहा आरांम से बैठकर ठूमके जो देखे जा रहे थे जबकि इस पूरे मामले में डीएसपी मेला डयूटी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस की रोटी से लेकर हर प्रकार के पुख्ता बदोबस्त किए है और ऐसे में पुलिस कर्मी मुफत खोरी नही करेंगे 

लाखों की संख्या में पहुंचे श्रृदालूओं को पुलिस से काफी सहयोग की संभवना थी लेकिन जिन खाकी धारको ंसे इन को सहयोग मिलना चाहिए वह बच्चों की जगह झूलों पर बैठकर अपना बचपन जरूर याद कर रहे होंगे हालाकि कैमरे में कैद एक के बाद एक पुलिस कर्मी झूलों पर बैठता रहा और मुफत खोरी की झूले लेता रहा लेकिन जब इन लोगो ंसे इनकी डयूटी पूछी तो आप स्वयं ही देख लीजीए किस प्रकार कैमरे के आगे यह पुलिसकर्मी लोहे की ग्रिलों को पार कर भाग रहे है हालाकि इनके पास कोई जवाब तो नही था लेकिन भागना इनका जरूर मुनासिफ था हाथ में डंडा लिए इस पुलिस कर्मी तो देख ही लिजिए यह तो डयूटी पर ही बंदूक का निशाना लगा रहा है लेकिन किसी आरोपी पर नही बल्कि गुबारों पर वह भी मुफत में जबकि मेले में दुकानदारों का कहना है कि पुलिसकर्मी मुफत में ही दिनभर निशाने लगा रहे है और ऐसे में वह किसी पुलिसकर्मी का विरोध भ्ज्ञी नही कर सकते 

यमुनानगर के कपाल मोचन मेले के समाप्न होते ही प्रशासन भी औधे मुंह सो गया लिहाजा जो लोग सरोवरों में स्नान कर रहे थे उनळें रोकने टोकने वाला कोई नही रहा और भीड के चलते दो छात्र गौ बच्छा घाट में उतर गए जिनकी पानी में डुूबने से मौत हो गई बता दे कि दोनों छात्र चचेरे भाई थे दोनों के शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल यमुनानगर भेज कार्रावाई आरंभ कर दी है


यमुनानगर में पांच दिनों स ेचल रहे कपाल मोचन मेले का आज समाप्न हो गया लेकिन समाप्ती पर ही प्रशासनिक अधिकारियो ंने ऐसी जमकर लापरवाही बरती कि दो मासूमो को अपनी जान से हाथ धोना पड गया दराअस्ल आज मेले की समाप्ती पर लाखों लोगों ने तीनों सरोवरों में डूबकी लगाई लेकिन लोगों के वापसी ही ऐसी लापरवाही का कारण बन गई कि जो लोग सरोवरों के किनारों पर बैठ कर स्नान करने में लगे हुए थे वह बीच सरोवरों में उतर गए और ऐसे में दो छात्र जोकि आपस में चचेरे भाई भी थे वह भी पानी में उतर गए लेकिन पानी की गहराई से वह वाकिफ नही थे और पानी के गहरे होने के कारण दोनों ही पानी में डूब गए लेकिन जब तक दोनों को आस पास नहा रहे लोगो ंने बाहर निकाला तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी परिवार के लोगों का आरोप है कि प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नही था और न ही कोई गोताखोर यदि प्रशसन आखिरी समय तक अपनी  डयूटी निभाता तो शायद यह हादसा नही होता 



वीओ दो   मृत्क अंकित व प्रिंस दोनों आठवी कक्षा में पढते थे और आज स्कूल में छुटटी होने के कारण वह भी अपने परिजनों के साथ स्नान करने के लिए कपाल मोचन आ गए थे लेकिन गौ बच्छा घाट पर कोई उचित इंतजाम न होने के कारण दोनों पानी में डूब गए वहीपरिवार के लोग यह भी आरोप लगा रहे है कि पानी में डूब जाने के काफी देर तक भीकोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नही पहुंचा और न ही कोई डाक्टर जबकि उन्होंने ही दोनों बच्चों के पेट से पानी निकाल कर उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन सब कुछ अनर्थ ही रहा जबकि इस मामले में सफाई देते हुए डीएसपी फूल कुमार का कहना है कि आठ लाख के करीब श्रृदालू स्नान कर रहे थे और यदि कोइ लापरवाही बरतते तो पहले भी कोई हादसा हो सकता था फिल्हाल पुलिस ने दोनो ंबच्चों के शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया है यहा पुलिस ने अपनी कार्रावाई शुरू कर दी है





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