Wednesday, 11 December 2013

जोड ले तो नजारा बनता है 8 9 10 11 12 और 13 CITY NEWS YNR


जोड ले तो नजारा बनता है 8 9 10 11 12 और 13
         823 साल बाद होगा ऐसा शुभः दिन 

( विनोद  धीमानतारीख 11 महिना 12 और वर्ष 13 यह वह दिन और तारीख है जिसको एक साथ हमने तो क्या हमारे पूर्वजों ने भी नही देखा और जाहिर सी बात है कि अगले कई सौ साल यह तारीख दुबारा नही आएगी ऐसे में इस दिन को लोग बहुत शुभ तो मानते ही है वही यमुनानगर में इस दिन को यादगार बनाने के लिए सिविल अस्पताल में डिलिवरियों का सुबह से ही सिलसिला चलता रहा और शाम तक यह सिलिसिल लगभग 13 तक पहुंच गया हालाकि इससे अलग आंकडे भी मिल सकते थे लेकिन सरकारी अस्पताल में छह लडकियों और छह लडको ने जन्म लिया और उनमें कुछ ऐसे भी जन्म थे जिन्हें यादगार बनाने के लिए लोगोने प्लान किया था 

 एक ऐसी तारीख जिसको एक बार तो हमने देख और सुन लिया लेकिन इस तारीख को न तो कभी हमारे पूर्वजों ने देखा और न ही हमारे बच्चे इस तारीख को दुबारा देख और सुन सकेंगे जाहिर सी बात है कि यह कौन सी तारीख है लेकिन यह तारीख 11 12 और 13 है मतलब 11 दिसंबर वर्ष 13 और इस दिन को लोग कैसे याद रखे इसके लिए आज अस्पतालों में जिन लोगो के बच्चे होने वाले थे उनके लिए जरूर यह यादगार लम्हा होगा और होगा भी क्यों नह क्योकि यह दिन दुबारा आने वाला नही है आज सुबह सिविल अस्पताल में सबसे पहले एक लडकी ने जन्म लिया जिसका जन्म सवभाविक तौर पर तो 11 12 और 13 को ही हुआ लेकिन इस मासूम बच्ची का जन्म आठ बजकर नौ मिन्ट पर हुआ जबकि आगे की तिथि तो आपके सामने ही हैजबकि अगर इसमें हम लोग 10 सैकिंड जोड ले तो नजारा बनता है 8 9 10 11 12 और 13 मतलब पूरी गिनती ही आपके सामने हालाकि दिसंबर 2013 में एक और रोचक बात है जिसमें पांच इतवार 5 सोमवार और पांच ही मंगलवार है मतलब ऐसा महिना लगभग 823 वर्ष बाद आया है और इसे लोग मनी बैक के रूप में मनाते है 
 सिविल अस्पतालों में ऐसी किलकारी गूंजी की आज एक दर्जन से अधिक डिलिवरी हुई है जिसमें पांच लडके और पांच लडकिया पैदा हुई है जबकि बडी बात यह है कि 8 9 11 12 और 13 पर एक मासूम बच्ची की सुबह किलकारी जरूर अस्पातल में गूंजी थी और वह भी नरमल डिलिवरी से हालाकि कुछ लोगो ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए प्लान भी किया और आज इस दिन को लेकर लोगो में भी भारी उत्साह देखने को मिल रहा है और यह दिन दुबारा कब आएगा ऐसे में लोग सोच भी नही सकते और डाक्टर भी इस दिन को लेकर कह रहे है कि उन्होंने छह डिलिवरी तो नोरमल की है है जबकि प्लान के अनुसार छह लोगों ने ओपरेशन से इस दिन को यादगार बनाया है हालाकि एक ऐसी महिला थी जिसकी शादी भी एक यादगार थी और वह दिन था 11 11 और 11 और आज जब उसने अपनी पहली औलाद को जन्म दिया तो वह भी यादगार दिन 11 12 और 13 ऐसे में यह अपने घर में आई इस मासूम को एक लक्ष्मी के रूप में मान रहे है
बच्ची को जन्म देने वाली मां अर्चणा
डा पूनम डिलिवरी करने वाली डाक्टर

सीएमओ  एम आर पासी

Friday, 29 November 2013

बिपाशा बसु की झलक पाने को उमड़ा यमुनानगर CITY NEWS YNR


बिपाशा बसु की झलक पाने को उमड़ा यमुनानगर
              माया ज्वेल्स में वैडिंग कलैक्शन लांच की
यमुनानगर।( विनोद धीमान )  बालीवुड की सफल अभिनेत्री बिपाशा बसु की एक झलक पाने के लिए आज लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा। बिपाशा यहां माया ज्वेल्स की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आई थी। यहां उन्होंने जेवरों की वेडिंग कलैक्शन लांच की। बिपाशा बसु के आने की खबर सुनते ही दोपहर से ही लोग गोविंदपुरी स्थित माया ज्वेल्स के स्टोर के पास जमा होने शुरू हो गए। शाम करीब चार बजे जैसे ही बिपाशा बसु के आने की सूचना मिली तो भारी संख्या में लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने के लिए भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा।
भीड़ ने करीब पंद्रह मिनट तक बिपाशा बसु की गाड़ी को घेरे रखा। अपने प्रशंसकों का अभिवादन स्वीकार करते हुए बिपाशा बसु जब गाड़ी से उतरी तो पुलिस व बांउसरों ने उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच समारोह स्थल तक पहुंचाया। जहां माया ज्वेल्स स्टोर की स्थापना की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर बिपाशा ने केक काटा और माया ज्वेल्स के तत्वाधान में शादी के अवसर पर दुल्हन द्वारा पहने जाने वाले कंगन, झुमके व हार आदि की समूची वैडिंग कलैक्शन लांच की।
इस अवसर पर बोलते हुए माया ज्वैलस के मार्केटिंग प्रमुख टीनू गोनसल्विस ने कहा कि ग्राहकों की मांग तथा शादियों के सीजन को देखते हुए माया ज्वैल्स ने दुल्हन के पहनने के लिए वैडिंग कलैक्शन उतारे हैं। उन्होंने बताया कि माया समूह द्वारा समय-समय पर महिलाओं की मांग को देखते हुए अपने गहनों के डिजाइनों को आकर्षक बनाते हुए बदलाव किया जाता रहा है।

 फिल्म एक्ट्रस बिपाशा बासु शुक्रवार देर शाम यमुनानगर पहुँची, बड़े पर्दे की लोकप्रिय अदाकारा को अपने बीच पाकर बच्चे क्या बड़े क्या हर कोई बे-हद उत्साहित होकर बिपाशा को एक झलक देखने के लिए रोमांचित हो रहा था। कड़ी सुरक्षा की घेराबंदी में यहाँ पहुँची बिपाशा जेवरात के क्षेत्र में एक नामचीन ब्रांड कंपनी की सालगिरा के मौके पर केक काटने यमुनानगर पहुँची थी। हांला कि बिपाशा ज्यादा समय तक नही रूकी लेकिन जाते जाते वह अपने फेनज़ को अच्छा खाने और नियमित रूप में व्याम करने की सलाह देकर चली गई।

 बॉलीवुड अभिनेत्री एंव बंगाली बेब्ज़ के नाम से मशहूर बिपाशा बासु शुक्रवार देर शाम यमुनानगर पहुँची, बिपाशा एक नामचीन एंव ब्रांडिड जवेल्स् कंपनी की सालगिरा के अवसर पर यमुनानगर पहुँची थी बिपाशा के आने की सूचना पाकर उनके चाहने वालो का ज्वेल्स् शो-रूम के बाहर दोपहर बाद से ही तांता लगना शुरू हो गया था और बिपाशा के आते आते फेन्ज़ की संख्या ने अच्छी खासी भीड़ का रूप ले लिया था पुलिस ने भी सुरक्षा के मध्यनजर कड़े इंतजाम किये हुए थे बिपाशा के पहुँचते ही उनके फेन्ज़ अपनी भावनाओ पर काबू न कर पाये और बिपाशा का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए जोर जोर से चिल्लाने लगे बिपाशा ने ज्वेल्स् शो-रूम में केक काटा और कंपनी के एक नये आर्टिकल का विमोचन भी किया बिपाशा ने मीडिया से बात नही की बस जाते जाते यह कह गई कि सभी को अच्छा खाना चाहिये और नियमित रूप से व्याम करना चाहिये।
बिपाशा बासु, बॉलिवुड अभिनेत्री

बिपाशा बासु, बॉलिवुड अभिनेत्री


बिपाशा बासु, बॉलिवुड अभिनेत्री
                                                         रिपोट बाय  विनोद धीमान 



Wednesday, 13 November 2013

विधिवत तरीके से हुआ मेला कपाल मोचन का शुभारंभ CITY NEWS YNR



विधिवत तरीके से हुआ मेला कपाल मोचन का शुभारंभ
        अंबाला मंडलायुक्त नीलम प्रदीप कासमी ने किया शुभारंभ


यमुनानगर में आज उत्तर भारत के सू-प्रसिद्ध पांच दिवसीय धार्मिक मेले, मेला कपाल मोचन का आज विधिवत तरीके से शुभारंभ हो गया। मेले का उद्घाटन अंबाला मंडलायुक्त नीलम प्रदीप कासमी ने मेला परिसर में आयोजित प्रशासनिक प्रदर्शनी का फीता काटकर किया। गौरतलब है कि यह मेला भाईचारे की अनोखी मिसाल के रूप में भी जाना जाता है और यहां हर साल विभिन्न राज्यो से लाखो की संख्या में हिंदू एंव सिख श्रद्धालु एक साथ यहाँ स्थित पवित्र सरोवरो में स्नान करते है आज मेले के पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालुओ ने पंजभीखी स्नान कर डूबकी लगाई।

 बुधवार को यमुनानगर में हर साल कार्तिक पूर्णीमा को लगने वाले राज्यस्तरीय धार्मिक मेले, मेला कपाल मोचन का शुभारंभ हो गया मेले का उद्घाटन मेले का उद्घाटन अंबाला मंडलायुक्त नीलम प्रदीप कासमी ने मेला परिसर में आयोजित प्रशासनिक प्रदर्शनी का फीता काटकर किया।मुख्यअतिथि ने प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद गुरू गोबिंद सिंह मार्शल आर्ट अकादमी में भी सिखो के दसवें गरु श्री गुरू गोंबिद सिंह जी महाराज की याद दिलाने वाले उनके शस्त्र एंव दूसरी महत्वपूर्ण वस्तुओ को निहारा।

 इसके बाद विभिन्न स्कूलो के बच्चो ने रंगा-रंग एंव सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसे देख हर कोई मंत्र मुग्ध रह गया। मुख्य अतिथी ने कार्यक्रम के बाद सभी को कार्तिक पूर्णीमा के अवसर पर शुभकामनाएं दी और मेले में व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। मंडलायुक्त ने बताया कि इस बार सभी श्रद्धालुओ का एक-एक लाख रूपयो का मेडिकल इंशोरेंस भी किया गया है तांकि आपात स्थिती में किसी भी श्रद्धालु को पैसो के कारण दिक्कतो का सामना न करना पड़े।








नंदनी, श्रद्धालु।

गुरूशरण, श्रद्धालु




 सरकारी आंकड़ो के मुताबिक मेले के पहले भारी संख्या में श्रद्धालुओ ने सूर्यकुंड, ऋण मोचन, कपालमोचन सरोवरो में स्नान करने के बाद गउ बच्छा घाट पर पारंपरिक तरीके से दीये जलाकर मन्नते मांगी। इसके बाद श्रद्धालुओ ने यहा स्थित बाजारो में जमकर खरीददारी की।

Monday, 2 September 2013

कुर्सी के लिए मेयर का कार्यालय बना महाभारत का मैदान CITY NEWS YNR



 कुर्सी के लिए मेयर का कार्यालय बना महाभारत का मैदान
     मयेर व डिप्टी मयेर के समर्थकों में जमकर चले लात गुसे 

कुर्सी की लडाई तो आपने जुबानी कई बार देखी है लेकिन यमुनानगर में कुर्सी का लडाई के लिए मेयर का कार्यालय ही महाभारत का मैदान उस समय  बन गया जब भाजपा से डिप्टी मेयर और कांग्रेस के मेयर के बीच जुबानी जंग के बाद बात हाथो पाई पर उतर आई और देखते ही देखते दोनों पार्टियों के समर्थकों के बीच जमकर लात घूसे चले कार्यालय के अंदर कुर्सियों तक को उठाकर फेंकना षुरू कर दिया यहा तक कांग्रेस के कार्याकर्ताओ ंने भाजपा की ऐसी जमकर धुनाई तो की ही साथ ही महिला पार्शदों को भी जमकर पीटा गया कि पुलिस ने मौके पर आकर दोनों पक्षो को संभाला यहा तक कि लोग एक बार तो पुलिस से भी उल्झ गए

 यमुनानगर का निगम आज उस समय महाभारत का मैदान बन गया जब डिप्टी मेयर मेयर की कुर्सी के समीप अपनी कुर्सी लगाकर बैठ गया हालाकि इस बात का पहले भी एतराज कई बार हो चुका था लेकिन कुर्सी की दौड में कौन पीछे रहेगा षायद यही मंषा थी भाजपा के डिप्टी मेयर की और आज जब डिप्टी मेयर आकर मेयर की कुर्सी के समीप बैठा ही था कि पहले बात तू तू मै मै पर ही सीमित रह गई लेकिन जब कांग्रेस के कार्याकर्ता मेयर के कार्यालय में पहुंचे तो आते ही उन्होंने भाजपा के कार्याकर्ताओं पर हाथ साफ करना षुरू कर दिया ऐसे मौके पर मेयर ने भी डिप्टी मेयर पर हाथ साफ करने में कोई कसर नही छोडी भाजपा पीटती रही और कांग्रेसी उन पर हाथ साफ करते रहे एक तरफ तो मेयर महिला होकर डिप्टी मेयर पर हाथ साफ करने के बाद कार्यालय से बाहर चले गई लेकिन वही भाजपा की पार्शद संगीता सिंघंल को भी हमलावरों ने नही बख्षा जमकर लात घुसे चले और यह सारा नजारा कैमरे में कैद होता रहा 
लगभग 15 मिन्ट तक हुई हाथो पाई को पुलिस भी छुडवा नही पाई लेकिन बाद में जब पुलिस बल और मौके पर पहुंचा तो पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को वहा से भगाकर मामला षांत किया हालाकि भाजपा के लोगों का कहना है कि बाहरी लोगो ने अन्दर आकर उनके साथ मारपीट की थी जबकि मेयर खुलमखुला आरोप लगा रही है कि डिप्अी मेयर पवन कुमार बिटटू उनकी कुर्सी पर अक्सर बैठ जाते है और उन्हें हर बार बाहर ही खडे रहना पडता है हालाकि चुनावों के दौरान भाजपा के पास 20 में से आठ सीटे थी और मामला त्रिकोणा होने के कारण मेयर भाजपा का ही बनना था लेकिन कांग्रेस ने युक्त लगाकर अपना मेयर बना डाला था और तभी से इन दोनों में नोकझोक होती रहती थी लेकिन वही जिस प्रकार प्रदेष की राजनीत में उठा पटक होने लग गई है ऐसे में अभी पहली बार हुए मेयर के यमुनानगर चुनावों में भी ऐसा देखने को मिल रहा है कि लोगो के काम तो नही हो रहे लेकिन मेयर का कार्यालय जरूर महाभारत का मैदान बन गया है फिल्हाल पुलिस ने स्थिति को संभल लिया है और भाजपा इस मामले में उपर तक आवाज उठाने की बात कह रही है 







Sunday, 18 August 2013

किताबे की जगह हाथों में रेहडे की बांगडोर CITY NEWS YNR


किताबे की जगह हाथों में रेहडे की बांगडोर

षिक्षा को लेकर सरकार यहा कडे कदम उठा रही है तो वही बच्चो को षिक्षा देने वाले अध्यापक उनके हाथों में किताबे न देकर उनसे मंगवाते है उप्पले जिन छोटे छोटे मासूम बच्चों के हाथों में किताबे होनी चाहिए उन हाथों में रेहडे की बांगडोरऔर उपर उप्पले लाद कर बच्चे स्कूल में ले जाते है और इस बात पर अध्याकपो को षर्म नही बल्कि इन बच्चों पर गर्व है क्योंकि काम तो किसी न किसी से करवाना ही होता है मामला यमुनानगर जिले के गांव कनालसी का है यहा मासूमों के हाथों से किताबो को स्कूल में रखवाकर उनसे ऐसा घिनौना काम करवाया जाता है

गांव की गलिया और इन्ही के बीचों बीच एक जानवर को हाककर उसे रेहडे से लगाया जाता है और फिर इस पर लादे जाते है गोबर के उप्पले यह मामला यमुनानगर के गांव कनालसी का है यहा के सरकारी स्कूल के बच्चों को मिड डे मिल का खाना देने से पहले उनसे मंगवाए जाते है गांव से गोबर के उप्पले मासूमों के हाथों में जानवार की रस्सी दी जाती है जबकि झोटे जैसे जानवर को काबू करना किसी आम आदमी का खेल नही होता अपनी जान को जोखिम में डाल कर मासूम इसे स्कूल से तो ले जाते है और गांव के बाहर बने गुहारों में से इन उप्पलो को बच्चों के नर्म हाथों से लदवा कर उसे स्कूल तक ले जाया जाता है अगर इस मामले मे हल्की सी भी लापरवाही बरती गई तो हो सकता है एक बडा हादसा क्योंकि यहा गांव के गलिया कही पक्की है तो वही दूसरी तरफ गांव के बाहर ऐसा रास्ता भी है यहा से पैदल निकलना भी मुष्किल है पानी के बीच से झोटे रेहडे को हाककर यह लोग स्कूल में उप्पले लेकर जाते है और तभी इन मासूमों को मिलता है वहा मिड डे मील का खाना 
 
स्वयं काम कर रहे इन बच्चों को भी काफी मजा आता है स्कूल में टीचर की डांट से तो यही अच्छा है षायद यही सोच कर यह मासूम स्कूल से गांव की गलियों की और रूख कर देते है लेकिन इन्हें तो मालूम नही है कि इनसे क्या काम करवाए जाते है लेकिन स्कूल के मुख्याअध्यपक का इस पूरे मामले में क्या कहना है आप स्वय ही सुन लिजिए दराअस्ल इन जनाब का कहना है कि काम तो किसी न किसी को करना ही है और इन बच्चों ने अगर कर भी दिया तो क्या हुआ हालाकि जनाब मान भी रहे है कि आज स्वीपर नही आया और उनका काम इन बच्चों से लिया जा रहा है क्या कानून इस बात की आज्ञा देता हैै क्या षिक्षा विभाग के यही दावे है लेकिन यहा तो मासूमों से काम ही लेना है यह तो बडे ही आराम से प्रबंधक साहिब ने कह दिया लेकिन मिड डे मील का खाना बनाने वालों के बहाने भी अजीब ही सुनने को मिले इनकी माने तो स्कूल में गैस सिलेंडर ह नही है जबकि रसोई में साफ तोर पर सिलेंडर दिख रहा है लेकिन इनका कहना है कि यह तो पुराना है और इसे भरवाए काफी समय हो गया है लेकिन एक बात तो है कि चलो कोई अध्यापक तो है जो इस काम को गल्त बता रहा है और इन्होंने भी पहले तो कह दिया लेकिन बाद में जब अपने ही अध्यापको की बात आए तो इन जनाब ने भी जाने में भलाई समझी 






Sunday, 4 August 2013

हरियाली का त्यौहार है तीज CITY NEWS YNR


                               हरियाली का त्यौहार है तीज

 हरियाली का त्यौहार तीज जिसे हर विवाहिता बडे ही षोंक के साथ मनाती है हालाकि पहले तो महिलाए झूले झूल कर इस त्यौहार को अपनी हम उम्र के साथ इस त्यौहार को मनाती थी लेकिन आज यमुनानगर में इस त्यौहार को अलग ही तरीके से मनाया गया मंच के उपर हर उम्र की महिला ने अपने हुनर का लोहा मनवाया तो वही इस त्यौहार पर सैकडों महिलाओ ंने इक्टठे होकर गीत संगीत व नाच गाने के साथ साथ तरहा तरहा के खेल खेल कर इस सांझा किया 

सावन का महिना और उपर से तीज का त्यौहार ऐसे में महिलाओ का इस त्यौहार पर सोने पर सुहागा हो जाता है पहले तो पेडों पर बंधे हुए झूले पर जब नव विवाहिता झूले झूलती थी तो महिलाओं का हजुम इक्टठा हो जाता था लडकिया भी इस त्यौहार को अच्छे तरीके से मनाती थी लेकिन अब षहरों में इतने पेड तो रहे नही और न ह ीवह पहले जैसी बात लेकिन इस त्यौहार को फिर भी महिलाए अच्छे ढंग से मनाने के लिए एकजुट हो रही है आज यमुनानगर के डीएवी गर्ल्ज कालेज में सैकडों महिलाओ ने इक्टठे होकर तीज के त्यौहार को सांझा किया मंच के उपर न किसी की उम्र को देखा गया और न ही किसी के हुनर को लेकर अपने हुनर का लोहा मनवाने के लिए यमुनानगर तो क्या हरियाणा के कई जिलो में महिलाए यहा पहुंची थी मंच के उपर खूब नाच गाना हुआ और हरे रंग के लिबास में ज्यादातर महिलाए नजर आ रही थी तरहा तरहा के खेल खेले जा रहे थे लेकिन सभयता को कायम रखते हुए महिलाओं ने जमकर नाच गाना किया 

महिलाओ ंकी माने तो अब भी महिलाए लुक छीप कर इस त्यौहार को सांझा करती है लेकिन लडकिया व नवविवाहिता के मन से एक झीझक को निकाल कर अपनी प्रतिभा को सामने लाने के लिए ही मंच पर इक्टठा हुई है वही हरे रंग को महत्वता देते हुए उस महिला को भी सम्मानित किया जो महिला हरे रंग के लिबास में तो थी और उसने हरे रंग की चुडिया व मंहदी लगा रखी हो ऐसे में एक ही महिला सबके सामने आई और उसे सम्मानित भी किया गया जबकि आज इन विवाहता की माने तो यह त्यौहार हरे रंग का प्रतिक तो है ही लेकिन इसके साथ साथ वह इस त्यौहार को अपने सुसराल व पति की लंबी उम्र की कामना करने का भी है और सभी महिलाए इस त्यौहार पर अपने पति की लंबी उम्र के लिए एक दूसरे के साथ त्यौहार सांझा करती है जबकि इन महिलाओ का कहना है  िकवह आगे से दीवाली व करवाचौथ को भी इसी तरहा से मनाएगी ताकि इन महिलाओं का आपस में प्रेम व भाई चारा बने रहे