यमुना सेवा समिति की पीठ थपथपाने इंग्लैंड से आए थेम्स नदी को बचाने वाले डा. राबर्ट
जैविक खेती के माध्यम से यमुना और सहायक नदियों को किया प्रदूषण मुक्त
विनोद धीमान

जगाधरीवर्कशाप। यमुना नदी को प्रदूषित करने के लिए केवल फैक्ट्रियों से निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी ही जिम्मेदार नहीं है। रासायनिक खेती से भी इस पवित्र नदी का जल जहरीला हो रहा है। यमुना को रासयनिक खेती जनित प्रदूषण से निजात दिलाने में यमुना सेवा समिति ने मिसाल कायम की है। इस उपलब्धि के लिए समिति को उसकी सहायक संस्था दिल्ली की पीस इंस्टीट्यूट चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से प्रथम पुरस्कार दिया गया है। यह संस्था इंग्लैंड के थे स रीवर ट्रस्ट के साथ मिलकर यमुना के पुर्नजीवन और उसे प्रदूषण मुक्त करने में जुटी हुई है। थेमस रीवर ट्रस्ट के संस्थापक डा. राबर्ट कोट्स ने लंदन में बहने वाली थेमस नदी को प्रदूषण मुक्त कर विश्व भर में अपनी पहचान बनाई है। राबर्ट कोट्स अपने साथियों के साथ कनालसी गांव पहुंचें और समिति पदाधिकारियों और सदस्यों की पीठ थपथपाई।

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