Friday 4 May 2012

शब्दों का जाल चला रहे फास CITY NEWS YNR



                शब्दों का जाल चला रहे फास


                      भले भाले लोगों को फांस रहे हैं तांत्रिक
                      जादू-टोने के नाम पर ऐंठते हैं मोटे पैसे

विनोद धीमान
जगाधरी वर्कशाप। शमां तूफानों में जल सकती हैं, कश्ती भावर से निकल सकती है, मायूस न हो, दुआ भी  तकदीर बदल सकती है, चैलेंज देने वालों से सावधान, खुदा नहीं वह है इंसान, मेरे पास आपकी हर समस्या का समाधान, खुदा ने चाहा तो आपको खून के आंसू रोने नहीं दूंगा, 101 परसेंट गारंटी के साथ आपकी हर समस्या का समाधान करूगा, सबको आजमाया बार-बार मुझे आजमाओं एक बार, हर-एक दुख भलांएगे, मंजिल तक पहुंचाएंगे, माई प्रोमिस  11 मिन्टों में 101 फीसदी समाधान, खतरनाक समस्याओं का तूफानी समाधान, जैसा चाहोगे, वैसा पाओगे, हमसे पहले काम करने वाले को मुंह मांगा ईनाम, माई प्रोमिस प्यार टूटने नही दूंगा, आपकी हर मुश्किल दूर कर दूंगा, जी हां, यही वह जुमले हैं। जिनकी बदोलत तंत्र मंत्र व काले जादू का खौफ दिखा तांत्रिक प्यार मुहब्बत में कामयाबी से लेकर दुश्मन को ठिकाने लगाने जैसी समस्याओं को चुटकियों  में हल करने का दावा कर आम लोगों को अपने जाल में फांस लेते हं। कोई 11 घंटे तो कोई 72 घंटे में समाधान का दावा करता है, तो कोई काम की 100 फीसदी गारंटी देता है। खुद को रूहानी ईल्म, बंगाली जादू, तांत्रिक सिद्ध शक्तियों, खतरनाक रूहानी ताकतों आदि का बेताज बादशाह बताकर लोगों को इस कदर भरमित किया जाता है कि वह प्रभवित होकर इनके पास पहुंचता है और फिर 101 से 501 रूपए तक की कंसल्टेशन फीस लेने के बाद परेशान व्यक्ति को इस कदर फांसा जाता है, कि वह इन तात्रिकों के चंगुल से कभी  निकल ही नहीं पाता। यही नहीं तंत्र शक्तियों में कोई 30 वर्ष का तो कोई 40 वर्ष का अनुभव बताता है। कोई 72 घंटे, कोई 21 घंटे तो कोई एक घंटे में हर समस्या के हल का दावा करता है। कुल मिलाकर कोशिश बस शिकार फांसने की होती है। इसी वजह से परेशान व्यक्ति आसानी से तांत्रिक के चुंगल में फंस जाता है। शब्दों के भरमजाल का यह पाशा इस तरह से फेंका जाता है कि एक बार इनके मोहपाश में फंस गया, फिर सारी जमा-पंजी लुटाने के बाद ही उसे होश आता है।
मजेदार बात यह है कि हर तांत्रिक अपने विज्ञापनों और होड़िग में फ्री सेवा का दावा करता है। फीस नहीं, ईनाम लूंगा, फ्री सेवा, फ्री सेवा, कहकर शब्दों के जाल में परेशान व्यक्ति को अपनी तरफ खिंचा जाता है और जब यह तांत्रिकों के पास पहुंचता है तो फिर शुरूआत में छोटी-मोटी फीस लेने के बाद उसे तरह-तरह से डराकर काली कमाई की दुनिया में फांस लिया जाता है।
समाधान का दावा
झूठ व लालच की बुनियाद पर खड़े तंत्र-मंत्र के लिए संसार में ये तांत्रिक अपने गौरख धंधे को चमका काली कमाई के लिए सरकारी नौकारी, कारोबार, पति-पत्नी में अनबन, विदेश यात्रा में रुकावट, संतान प्राप्ति या संतान पैदा होकर मर जाना, दुश्मन व सौतन से छुटकारा, घर में खून के छिंटे आना, खिलाया-पिलाया, जादू- टोना, मनचाहा वशीकरण यानी किसी को भी वश में करना, बीमारी में दवा का न लगना, कोर्ट-कचहरी के मामले, ड़रावने सपने आना, कपडें कटना, लव मैरिज, प्यार में धोखा, फसल को नुकसान पहुंचना जैसी कई समस्याओं का चुटकियों में हल करने का दावा करते हं। दूसरों की परेशानी हल हो न हो लेकिन तांत्रिक जेबें भरकर अपनी समस्या जरूर हल कर लेते हैं। हालांकि शहर से इस प्रकार के किसी तांत्रिक का प्रचार नहीं हो रहा, लेकिन पड़ोसी जिले के कुछ तांत्रिक जिले में पर्चें बांटकर इसी प्रकार का प्रचार कर रहे हैं।
बॉक्स
ऐसे तांत्रिकों के खिलाफ प्रशासन भी  आंखें बंद करके बैठा है जिस विभाग को इसके ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए वह भी  अपनी जिम्मेदारी से या तो मुंह मोड़ता है या फिर शिकायत मिलने की बात करता है। ऐसे में शिकायत कर्ता न मिलने के चलते विभाग तो अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है परंतु कहीं न कहीं ये तांत्रिक लोगों को गुमराह कर अपनी जेबें भरने पर लगे हैं। ऐसे में प्रशासन को भी  अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए या तो लोगों को जागरूक करना चाहिए या फिर तांत्रिकों पर लगाम कसनी चाहिए।

जागरूक होने की जरूरत
पंडित उदयवीर शास्त्री के अनुसार यह हमारी दैवीय शक्तियों का अपमान है। ऐसे लोग परेशान लोगों को भरमित कर लूट खसोट का काम करते हैं। ऐसे में परेशान आदमी और दिक्कतों में फंस जाता है। लोगों को ऐसे पाखंड़ियों से जागरूक होने की जरूरत है।




लूट खसोट के उद्देश्य से करते हैं ये काम
लक्ष्मी नगर निवासी पुनीत कुमार का कहना है कि ऐसे लोग पहले तो किसी न किसी जरिए से आदमी को अपने चुंगल में लेते हैं और बाद में उससे लूट खसोट की नीति अपनाते हैं। साइंस के जरिए कुछ चमत्कार दिखाकर लोगों को भरमित कर उनसे गलत कार्य करा अपनी जेबों को भरते हैं परंतु परेशान आदमी का कोई भला नहीं करते इसलिए हमें खुद जागरूक होकर ऐसे लोगों से बचना चाहिए।

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