Sunday, 21 September 2014

छछरौली बालकुंज में पर एक बार फिर उठे सवाल CITY NEWS YNR


   छछरौली बालकुंज में पर एक बार फिर उठे सवाल 
किसी ने 1098 पर काल कर बालकुंज का सारा मामला उजागर कर दिया


रोहतक के बाद यमुनानगर का बालकुंज पहले भी विवादो के घेरे में रहा है ऐसे में यमुनानगर के छछरौली बालकुंज में पर एक बार फिर से स्वाल उठ खडे हुए और इस बार भी संगीन आरोपों में बालकुंज संदेह के घेरे में है दराअस्ल बालकुंज में रहने वाली एक लडकी के गर्भवती होने का मामला सामने आया है हालाकि इस पर बालकुंज ने तो चुप्पी साध ली थी लेकिन किसी बच्चे ने 1098 पर काल कर बालकुंज का सारा मामला उजागर कर दिया 

रोहतक के बाद यमुनानगर के छछरौली बालकुंज पर कई स्वाल उठ खडे हुए थे जबकि रोहतक के अपना घर पर तो कार्रावाई भी हुई लेकिन बालकुंज में तबादले तो कर दिए लेकिन किसी प्रकार का कोई मामला उठने नही दिया शायद तभी इस बार भी बालकुंज पर संगीन आरोप लग रहे है दराअस्ल छछरौली बालकुंज में एक लडकी के गर्भवती होने का मामला सामने आया है और वह भी चार माह से लडकी गर्भवती थी लेकिन किसी ने भी उसकी और ध्यान नही दिया लेकिन अब जब मामला सब के सामने आ गया तो आनन फानन में लडकी को पंचकूला के शिशूग्रह में भेज दिया और मामले को दबाने का पूरा प्रयास जारी रहा 12 सितंबर को अमरावती नामक लडकी को जब पंचकूला भेजा गया तो बालकुंज में कई प्रकार की बाते तो होने लग गई लेकिन किसी ने भी इस आवाज को बाहर नही आने दिया लेकिन देर रात किसी बालकुंज के बच्चे ने ही 1098 नंबर पर फोन कर अमरावति के बारे मे सूचित कर दिया कि बालकुंज में बचपन से रहने वाली अमरावती चार माह की गर्भवति थी और उसे पंचकूला भेज दिया है

1098 पर जब फोन कर किसी ने बात की तो अपना नाम भी उसने गुप्त रखा ताकि बालकुंज के अधिकारी उसे बाद में प्रताडित न करे तो वही दूसरी तरफ चाइल्ड हैल्प लाइन की निर्देशका अंजू बाजपाई को जब इस मामले की भनक लगी तो वह भी बालकुंज पहुंची जिन्होंने इतना तो बता दिया कि अमरावती नामक एक लडकी चार माह के गर्भ से थी और उसी की जांच के लिए वह यहा आई है लेकिन कार्रावाई के नाम पर उन्होंने भी यह कह कर पल्ला झाड लिया कि अभी वह अमरावती की फाइल को पढंेगी और बाद में ही सब कुछ साफ साफ बता पांएगी जबकि इस पूरे मामले में बालकुज के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है बालकुंज के अधिकारी तो बस इतना कह रहे है कि उन्हें किसी को कुछ भी बताने की आज्ञा नही है और ऐसे में बालकुंज पर कई स्वाल उठ रहे है कि बचपन में ही बालकुंज में आई थी और अब वह 18 साल की हो गई है लेकिन साथ ही बालकुंज के लोग कह रहे है कि उसे काम पर लगा दिया है और वह काम पर गई है जबकि उसे पंचकूला में भेज दिया है हैरानी की बात तो यह है  िकइस पूरे मामले में जानकारी तो पूरे प्रशासन को है लेकिन इस मामले में अभी तक किसी ने भी पुलिस कार्रावाई करवाना उचित नही समझा जबकि अमरावती के पेट में एक नन्ही जान पलनी शुरू हो गई है एक तरफ तो जो बालकुंज में बैठे है वह बात करने के लिए तैयार नही है लेकिन जब दूसरी तरफ सीडब्ल्यूडी सतपाल कौर के फोन पर बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना भी मुनासिफ नही समझा जबकि उन्हें यह तो मालूम था कि मीडिया उन्हें बराबर फोन से संपर्क कर रही है










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