बड़ा दिन की बड़ी तैयारी...
क्रिसमस पर बाजार में फोस्टवल का दिखने लगा खुमार
चर्च व स्कूल कालेजों में तैयारियां जोरा पर
विनोद धीमान
यमुनानगर। बड़ा दिन! 25 दिसंबर को मनाया जाने वाले क्रिसमस-डे को लेकर ट्विन सिटी में अभी से खासा उत्साह दिखने लगा है। जहां शहर में बने सभी चर्च घरों में माह भर से कई तरह के अयोजन चल रहे है तो विभिन्न स्कूल-कालेज भी इसकी तैयारियों में जुट गए है। तो वहीं बाजार भी इस पर्व के रंगो से रंगे नजर आने लगे है। क्रिसमिस को लेकर बच्चों में सेंटा का के्रज देखते ही बनता है, क्रिसमिस ट्री व अन्य पर्व से जुडे सामान की खरीदारी पर जोर पकड़ने लगी है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के लोगों ने बडेÞ दिन को बडेÞ उत्साह से मनाने की तैयारी कर ली है।
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क्रिशन चूनी |
फव्वारा चौक स्थित सेंट पीटर्स चर्च के फादर विक्टर मसीह ने बताया कि आज से 2000 ईसा. पूर्व 25 दिसंबर के ही दिन प्रभु ईशो मसीह का जन्म बेतहलम गांव में एक कुंवारी स्त्री जिसका नाम मरियम था, से हुआ था। उन्होंने बताया कि मरियम की मंगनी युसफ नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसके बाद स्वर्ग से आए स्वर्गदुत जिबराईल ने मरियम को संदेश दिया कि तू गृभवती होगी और पुत्र जनेगी, जिसका नाम तू यीशु रखना। उन्होंने बताया कि तब से ही यीशु के जन्मोपलक्ष में 25 दिसंबर के दिन को बडेÞ दिन मानकार क्रिसमिस-डे मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि बडेÞ दिन का मुख्य उद्देश्य यही है कि इस दिन यीशु मसीह का जन्म हुआ, जिन्होंने मानव जाती के पापों के लिए अपनी जान क्रूस पर कुर्बान कर दी। फिर तीसरे दिन मुर्दो में से वे जी उठे और 40 दिन बाद स्वर्ग से उठा लिए गए। वह दोबारा जगत का न्याय करने के लिए आने वाले है....
यीशु यानि उद्धार करने वाला...
चर्च के फादर ने बताया कि यीशु नाम का अर्थ है छुटकारा देने वाला व उद्धार करने वाला। यीशो मसीह धरती पर देह धरण करके बच्चे के रूप में इसीलिए आए ताकि पापमय मानवजाती को उसके पापो से छुटकारा दिलाकर उसे अन्नत जीवन देकर उद्धार कर सके।
पूरी सृष्टि के यीशु मसीह
बाईबल के युहाना: 3.16 में कहा गया है कि ‘‘क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा पे्रम किया कि उसने अपना इक्लौता पÞुत्र (यीशु) दे दिया। ताकि जो कोई उस पर विश्वास करें वह नाश न हो, परंतु अन्नत जीवन पाए।’’
फादर विक्टर मसीह ने बताया कि उक्त पद के मुताबिक यीशो मसीह का जन्म संपूर्ण मानव जाती के लिए हुआ है, जो पाप में पड़ी हुई है। वे केवल एक समुदाय विशेष के लिए नहीं बल्कि पूरी सृष्टि के उद्धार के लिए धरती पर आए।
सेंटाक्लाज का नहीं बाइबल में जिक्र
फादर ने बताया कि सेंटाक्लाज का बाइबल में कोई जिक्र नहीं है, किंतु बच्चों में सेंटा के पहनावें व उपहार देने के चलते क्रिसमिस-डे पर भी लोग एक-दूसरे को उपहार देते है। इसी कारण पर्व के साथ सेंटाक्लास का संबंध जुड़ा है और बच्चों को इस दिन सेंटाक्लास से उपहार लेकर काफी आनंद मिलता है। यहीं कारण है कि धीरे-धीरे सेंटाक्लास का बच्चों से लगाव बढ़ता गया और पर्व के साथ सेंटा का ट्रेंड चल पड़ा।
पर्व का उद्देश्य पापों से मुक्ति पाना
फादर ने बताया कि क्रिसमस पर्व पर आज 25 दिसंबर के दिन केंडल जलाना व सेंटाक्लाज से उपहार लेकर पर्व को मानाया जाता है, किंतु इसके अलावा पर्व का उद्देश्य है कि हमें आंतरिक पापों से नाता तोड़ना होगा। यीशु मसीह को अपना प्रभु और उद्धार स्वीकार करे और पाप से मुक्ति पाकर अन्नत जीवन में प्रवेश किया जा सकता है।
बाजार भी क्रिसमस के रंग में रंगा
25 दिसंबर यानि बडेÞ दिन के लिए ट्विनसिटी में खास रौनक नजर आने लगी है। जहां बाजार में पर्व से जुड़ी हर वो चीज उपलब्ध है जिससे पर्व की रंगत बढ़ सके। अधिक्तर कार्ड, क्रिसमस ट्री व अन्य सजावट का सामान लोगों के खूब आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। चाहे बात कार्ड-शॉप की हो या फिर विभिन्न गिफ्ट शॉप की हर ओर क्रिसमिस की रंग रंगते नजर आने लगे है। वहीं लोग भी इस पर्व के लिए अभी से खरीदारी में जुट गए है।
क्रेज बढ़ रहा है
माडल टाऊन स्थित कार्ड प्वाइंट के संचालक संजय सचदेवा ने बताया कि उनके पास क्रिसमस से संबंधित सामान उपलब्ध है। जैसे-जैसे क्रिसमस नजदीक आने लगा है वैसे ही पर्व से जुड़ी वस्तुओं की भी मांग बढ़ने लगी है। अधिक क्रेज क्रिसमस ट्री व सेंटा क्लास की ड्रेस के प्रति देखने को मिल रहा है, जिसमें पर्व के प्रति सबसे अधिक उत्साह बच्चों में देखने को मिल रहा है।
जिद्द के आगे पेरेंटस की न चले
क्रिसमस पर्व को लेकर व सेंटा से बच्चों से लगाव के चलते नन्हे-मुन्हें बच्चे परिजनों से सेंटा ड्रेस खरीदने की जिद्द करने लगे है। बाजार में सजे क्रिसमस के सामान पर नजर पड़ते ही बच्चो में उन्हें लेने के लिए इच्छा बन पड़ती है, विभिन्न सेंटा मास्क व सेंटा केप व ड्रेस आदि को लेने के लिए बच्चों में काफी उत्साह है और क्रिसमस पर सेंटा से उपहार के ख्वाब बुनने लगे है।
बाजार में चॉकलेट की बढ़ी मांग
भले ही दंतचिकित्सक चॉकलेट को खाने से बच्चों को मना करें किंतु क्रिसमस के इस पर्व के मद्देनजर चॉकलेट की मांग बढ़ने लगी है, क्रिसमस पर केंडी, टाफी, चॉकलेट के सभी फलेवर की मांग जोर पकड़ने लगी है।
खूब बिक रहे गिफ्ट
चाहे सेंटा बच्चों के उपहार देने के ख्वाब पूरे करें न करें किंतु बाजार में क्रिसमिस को लेकर गिफ्ट शॉप पर भीड़ उमड़ने लगी है। लोग पर्व पर एक-दूसरे को उपहार भेंट में देने के लिए खूब गिफ्ट खरीद रहे है।
प्ले स्कूल में क्रिसमिस की धूम
जहां बाजारों में क्रिसमस के रंग दिखने लगे है, तो वहीं विभिन्न प्ले स्कूलों में नन्हें-मुन्हें क्रिसमस कार्यक्रमों में जिंगल-बैंड-जिंगल बैंड जिंगल आल द वे आदि धूनों पर थिरकते नजर आने लगे है। सेंट जिसस प्ले स्कूल में भी क्रिसमस के आयोजन पर स्कूली बच्चों ने क्रिसमस-डे के लिए क्रिसमस ट्री को सजाकर व खुद को सेंटाक्लास की ड्रेस में तैयार बच्चों ने वर्फबारी के बीच नाच-गाकर खूब मस्ती की और सेंटाक्लास से उपहार लेकर यीशु के समक्ष प्रेयर कर धूम-धाम से पर्व मनाया।
स्कूल-कालेजों में भी है तैयारी
ट्विनसिटी में स्कूल कालेजों में भी क्रिसमस पर्व मनानें के लिए खासी तैयारियां की जाने लगी है। जिसमें जगाधरी स्थित सेंट थॉमस पब्लिक स्कूल, सेक्रेट हार्ट कांवेंट स्कूल व इसके अलावा कई अन्य स्कूल-कालेजों में भी इसको लेकर तैयरियां की जा रही है।
सभी चर्च में बडेÞ दिन की खास तैयारी
शहर में तीन चर्च है, जहां क्रिसमस के पर्व को लेकर खासी तैयारियां की जा रही है। बडेÞ दिन के रूप में मनाने के लिए तीनों स्थानों फव्वारा चौक स्थित सेंट पीटर्स चर्च सीएनआई व सेक्रेट हार्ट कानवेंट चर्च व साथ ही जगाधरी स्थित सेंट थॉमस स्कूल समीप चर्च में साज-सजा का काम किया जा रहा है। चर्च में सुबह व शाम लोग प्रार्थना करने हेतु पहुंच रहे है, वहीं दिसंबर माह के शुरूआत से ही चर्च में यीशु की महिमा को प्रस्तुत करने के लिए तरह-तरह के आयोजन किए जा रहे है।
नन्हे फरिश्ते बन किया चकित...
फव्वारा चौक स्थित चर्च में नन्हीं-मुन्हीं बच्चियों ने क्रिसमिस को लेकर हो रहे आयोजन में नन्हें फरिश्ते का अभिनय कर सबको आशचर्य चकित कर दिया। सफेद लिबाज में परी की तरह सजी बच्चियों ने कार्यक्रम में यीशु की गाथा को प्रस्तुत किया। सात फरिशतों के रूप में ये बच्चियों ने सबका मनमोह लिया।
सुबह शाम होती है प्रेयर...
चर्च के फास्टर ने बताया कि क्रिसमस पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। जो देखते ही बनता है, सुबह शाम चर्च में लोग प्रेयर करने के लिए पहुंच रहे है और प्रभु से आशीर्वाद लेकर पापों से मुक्ति की कामना कर रहे है। चर्च में 25 दिसंबर को यह पर्व बड़ी धूम-धाम से मनाया जाएगा, जिसको लेकर खूब तैयारियां की जा रही है। इसको लेकर एक दिसंबर से ही चर्च में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम अयोजित किए जा रहे है।
सेंटा जरूर देगा गिफ्ट...
छोटी बच्ची अन्नया ने बताया कि सेंटा इस बार क्रिसमस पर उसे गिफ्ट देने जरूर आएगा। कुछ यही धारणा है छोटे-छोटे बच्चों में जिन्हें सेंटा के आने व गिफ्ट देने के लिए 25 दिसंबर का खूब बेसबरी से इंतजार है। बच्चों के सेंटा के लगाव का यहीं कारण है कि सेंटाक्लास उन्हें अपनी लाल पोशाक में आसमान से आकर गिफ्ट देंगे।