Thursday, 1 December 2011

haryana gorav CITY NEWS YNR

  लगन से मिला राष्ट्रीय गौरवझुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों के प्रति कार्य करने पर शहर की डा. मानसी को मिला राष्ट्र गौसम्मानझुग्गी-झोपड़ी में गुजर-बसर कर रहे बच्चे भी भावी पीढ़ी के साथ कदम से कदम मिला सके। इसी अलख ने दिला दिया राष्टÑीय गौरव सम्मान। जी हां! जिला यमुनानगर में कई वर्षों से इसी अलख में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए समाज सेवी डा. मानसी अबोहरी को  नई दिल्ली स्पीकर हाल में आईआईएफएस द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में तमिलनाडू व उड़ीसा के पूर्व गवर्नर द्वारा राष्टÑीय सम्मान देकर सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि पूर देश से इस सम्मान समारोह में अलग-अलग स्थानों से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 23 लोगों को सम्मानित किया गया। जिन्में सबसे कम उम्र में बच्चों के उत्थान के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर डा. मानसी को समारौह के मुख्य पुरस्कार राष्टÑीय गौरव से सम्मानित किया। डा. मानसी अबोहरी को यह सम्मान तमिललाडू व असाम के गर्वनर रह चुके डा. भीषम सिंह नारायण व उडीसा के पूर्व गवर्नर सईद सीबती राजी के हाथों से दिया गया। जैसे ही हाथ में पुरस्कार मिला जहां पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गंूज उठा तो वहीं डा. मानसी का चहरा भी खिल उठा। मानसी को सम्मान देते हुए सईद सीबती रजी ने कहा कि इतनी छोटी उम्र में यह मुकाम हासिल करने वाली आप पहली महिला है। हम आशा करते है कि आप भविष्य में जिले का ही नहीं विदेशों में अपने भारत देश का नाम रोशचुनी गई दो शख्सियतें 
सम्मान समारौह में विशेषकर उडीसा, तमिलनाडू, कर्नाटका, मध्यप्रदेश, मिजोरम व हरियाणा आदि प्रदेशों से विज्ञान, शिक्षा, समाज सेवा आदि में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले कुल 23 लोगों को सम्मानित किया गया। जिनमें हरियाणा की दो शख्सियतों को सम्मान आई कविता वाधवा को शिक्षा रतन से सम्मानित किया गया। 
बचपन से ही थी कुछ कर दिखाने की चाह
डा. मानसी अबोहरी ने बताया कि उसकों मिला यह सम्मान का पूरा श्रेय वह अपने पति व परिवार को देती है। उन्होंने बताया कि बचपन से ही  बच्चों के लिए हर संभव सहायता करने की इच्छा शक्ति के कारण ही वह पूर 9 वर्षों से बच्चों के उत्थान की अलख छेडेÞ बैठी है। जिसे वह निरंतर आगे बढ़ाती चली जाएगी, उन्होंने बताया कि पंजाब में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान ही उन्होंने जरूरत मंद जो किसी कारणवंश पढ़ाई से अछूते रह जाते है, उन गरीब बच्चों को निशुल्क रूप से पढ़ाना शुरू कर दिया।  उसके उपरांत 2002 में शादी कर यमुनानगर में भी इस मुहिम को जारी रखा और वह लगातार 9 वर्षो से जरूरतमंद बच्चों की सेवा का कार्य कर रही है। पिछले 6 सालों से लगातार गरीब बच्चों को शिक्षा रूपी ज्ञान  में कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर रही है। 
101 दंत चैक्अप कैंप लगा चुकी  पेशे से दंत चिकित्सक होने के नाते गरीब बच्चों व जरूरतमंदों के लिए निशुल्क रूप से डा. मानसी अबोहरी 101 दंत चैक्अप कैंप लगा चुकी है। मानसी ने बताया कि अभी भी उसे अपने द्वारा लगाया गया प्रथम चिकित्सा कैंप जोकि 17 सितम्बर 2005 में गुरूद्वारा सिंह सभा में लगाया था याद है। तब से लेकर अब तक उनके द्वारा लगातार 101 दंत जांच शिविर लगा चुकी है। जिसमें करीब  10 हजार मरीजों के दंत जांच कर चुकी है। एक नहीं कई मिले सम्मान
इनके द्वारा किए गए कार्यो के लिए केवल यमुनानगर ही नहीं विदेशों में भी चीन की संस्था ईपीईसी (ईलैक्ट्रोनिक पावर कंस्ट्रक्शन कंपनी) द्वारा वर्ष 2010 में आउट स्टेंडिंग वुमेन अचिविंग अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2010 में बजुर्गो के लिए बनी संस्था डे केयर क्लब संस्था भी सम्मानित किया गया। 2011 में संसदीय सचिव शारदा राठौर द्वारा उत्कृष्ट दंत चिकित्सक के लिए भी नवाजा गया। 2011 में भी बाल कल्याण के लिए राष्टीय पुरस्कार के लिए नामंकित किया गया। 
क्या है सपना 
उन्होंने बताया कि उनका सपना है कि उनका जिला यमुनानगर में जितनी भी झूग्गी-झोपड़िया है, उनमें रहने वाले बच्चों को प्रेरित कर सर्व शिक्षा अभियान के तहत जोड़ा जाए। इस अभियान को भी वह जल्द शुरू करने जा रही है। जिसके तहत झूग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को इक्ठा कर उन्हें मुख्य धारा से जोड़ जीवन में पैरों पर खडेÞ होने के गुर सिखा सके। 
                                                               रिपोट  बाये  विनोद  धीमान 

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