Saturday, 20 July 2024

हरियाणा विद्यालय शिक्षा अधिकारी एसोसिएशन जिला यमुनानगर

यमुनानगर । (विनोद धीमान) हरियाणा विद्यालय शिक्षा अधिकारी एसोसिएशन जिला यमुनानगर   द्वारा राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जगाधरी में जगाधरी के  ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर के . एस. संधवा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन कर राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 वह प्राचार्य को विद्यालयों में आ रही समस्याओं के विषय में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक को  संबोधित करते हुए के. एस. संधावा ने कहा की कक्षा दसवीं एवं प्लस टू में जिन विद्यालयों के परिणाम 100 % रहे हैं ऐसे विद्यालयों के प्रिंसिपल्स को संगठन के द्वारा आगामी कार्यक्रम में सम्मानित किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में भी उक्त प्राचार्य एवं अन्य प्राचार्य को बेहतरीन परिणाम लाने के लिए प्रेरणा मिले। मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व अध्यक्ष एवं सेवा निवृत प्राचार्य सुरेश पाल उपस्थित रहे ।
मुख्य वक्ता सुरेश पाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि आज पूरा विश्व परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है ।नई-नई टेक्नोलॉजी आ रही है ।नए-नए शोध हो रहे हैं ।ऐसे में जरूरी था कि हमारी शिक्षा नीति में भी समय के साथ परिवर्तन हो, इसी विचार को लेकर इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाली 9 सदस्य समिति ने 31 मई 2019 को भारतके तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेडकर को रिपोर्ट सोपी ।भारत सरकार ने 29 जुलाई 2020 को 34 साल बाद तीसरी राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की घोषणा की । 
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मुख्य विशेषताएं बताते हुए मुख्यवक्ता ने कहा कि अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है ।केंद्र व राज्य मिलकर शिक्षा पर जीडीपी का 6% खर्च करेंगे और 2030 तक 2 करोड़ बच्चों को जो विद्यालय से बाहर है उनका विद्यालय मे शत प्रतिशत नामांकन किया जाएगा ।इसके लिए नवीन शिक्षा केंद्रों की स्थापना भी की जाएगी। वर्तमान शिक्षा प्रणाली 10 + 2 का नाम बदलकर 5 + 3 + 3 + 4 कर दिया जाएगा। इसके साथ ही प्राचीन एवं सनातन भारतीय ज्ञान व विचार की समृद्ध परंपरा को सुदृढ़ करना भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शैक्षिक परिदृश्य को परिवर्तित कर युवाओं को  भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सकेगी ।  राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 रटने और परीक्षा के लिए सीखने के बजाय वैचारिक समझ और शैक्षिक परिणाम में सुधार कर अर्जित ज्ञान व कौशल का वास्तविक जीवन में लागू करने पर जोर देगी । एसोसिएशन के सभी  पदाधिकारियो एवं सदस्यों द्वारा विद्यालय सुधार एवं विद्यालय में भिन्न-भिन्न कठिनाइयों पर भी चर्चा की गई। BRC के बजट एवं विद्यालय में  अध्यापकों व अन्य कर्मचारीकी कमी को लेकर भी चर्चा की गई। एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद सलीम ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव  पास किया कि इन समस्याओं के निदान हेतु शीघ्र ही जिला शिक्षा अधिकारी महोदया को समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सोपां जाएगा। जिला स्तर पर समस्याओं का समाधान नहीं होने पर शीघ्र ही प्रांतीय अध्यक्ष के नेतृत्व में  शिक्षा मन्त्री व निदेशालय के उच्च अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सोपां जायेगा। 
इस अवसर पर जिला प्रधान मोहम्मद सलीम,  वरिष्ठ उपप्रधान डॉक्टर रमेश BRC छछरौली, उपप्रधान  पिरथी सैनी , जनरल सेक्रेटरी  उमेश खरबंदा ,सचिव हुकम सिंह , राकेश मक्कड़ ,नरेश कुमार  मोहम्मद जावेद, दुष्यंत चहल प्राचार्य डाइट तेजली, सेवा सिंह , विजय कुमार , व बलबीर सिंह प्रधानाचार्यो सहित जिले के अन्य विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित रहें।

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