Wednesday 31 July 2024

छछरौली की आईटीआई भविष्य निर्माण का आधार : प्रिंसिपल रामकुमार धीमान

यमुनानगर। (विनोद धीमान) छछरौली की आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) न केवल बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद कर रही है, बल्कि उनके जीवन की दिशा भी बदल रही है। इस संस्थान के प्रिंसिपल, रामकुमार धीमान, ने अपने नेतृत्व और दूरदर्शिता से आईटीआई को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है। 
आईटीआई के प्रिंसिपल रामकुमार ने बताया कि इस संस्थान में लड़कों और लड़कियों के लिए विभिन्न ट्रेड में एडमिशन की सुविधा उपलब्ध है। आईटीआई में कुल 128 सीटें हैं, जिनमें से 40 सीटें विशेष रूप से लड़कियों के लिए हैं। इन सीटों के लिए एडमिशन प्रक्रिया चल रही है और कुछ सीटें पहले ही भर चुकी हैं, जबकि कुछ अभी भी खाली हैं, जिनका लाभ बच्चे उठा सकते हैं।
संस्थान की विशेषताएं :
छछरौली आईटीआई की विशेषता यह है कि यह संस्थान आधुनिक तकनीक और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है। यहां विभिन्न तकनीकी कोर्सेस जैसे इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, वेल्डिंग, फिटर, आदि की शिक्षा दी जाती है। इन कोर्सेस में छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान मिलता है बल्कि उन्हें प्रैक्टिकल अनुभव भी मिलता है। 

प्रिंसिपल रामकुमार धीमान के अनुसार, "हमारा मुख्य उद्देश्य है छात्रों को रोजगार योग्य बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।" धीमान के प्रयासों से संस्थान में कई नई योजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत हुई है। उन्होंने कई उद्योगों के साथ साझेदारी की है ताकि छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के अवसर मिल सकें। 
छात्रों के लिए नई पहल।
छछरौली आईटीआई में छात्रों को विभिन्न स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। यहां विभिन्न वर्कशॉप्स, सेमिनार्स, और ट्रेनिंग सेशन्स आयोजित किए जाते हैं जिनसे छात्रों को उद्योग की जरूरतों और ट्रेंड्स के बारे में जानकारी मिलती है। 

उद्योगों के साथ साझेदारी।
आईटीआई ने कई प्रतिष्ठित उद्योगों के साथ समझौते किए हैं, जिससे छात्रों को इंटर्नशिप के अवसर मिलते हैं और वे वास्तविक समय की समस्याओं का समाधान कर पाते हैं। इससे छात्रों की तकनीकी क्षमताओं में वृद्धि होती है और वे बेहतर तरीके से कार्यस्थल पर खुद को स्थापित कर पाते हैं। 

 प्लेसमेंट रिकॉर्ड
छछरौली आईटीआई का प्लेसमेंट रिकॉर्ड भी सराहनीय है। पिछले कुछ वर्षों में, यहां के कई छात्रों ने विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार प्राप्त किया है। प्रिंसिपल धीमान का कहना है, "हमारे छात्रों की सफलता हमारे लिए गर्व की बात है। हम हर संभव प्रयास करते हैं कि हमारे छात्र बेहतर करियर विकल्प चुन सकें।"

तकनीकी और सॉफ्ट स्किल्स का विकास।
आईटीआई में छात्रों को तकनीकी कौशल के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स पर भी ध्यान दिया जाता है। यहां कम्युनिकेशन स्किल्स, टीम वर्क, और लीडरशिप जैसी क्षमताओं को विकसित करने के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाती हैं। 

समाज में योगदान।
छछरौली आईटीआई समाज के विकास में भी योगदान दे रही है। यहां से प्रशिक्षित छात्र न केवल अपने जीवन को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि वे समाज के विकास में भी योगदान दे रहे हैं। कई छात्र अपने गांवों और समुदायों में रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। 

छछरौली की आईटीआई और प्रिंसिपल रामकुमार धीमान की कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता से इस संस्थान ने एक उत्कृष्ट शिक्षण केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई है। यह संस्थान न केवल छात्रों के करियर निर्माण में मददगार है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है। भविष्य में भी यह संस्थान छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा और उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगा।


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